Saturday, 8 June 2013

पत्नी

जीवन भर साथ निभाती है पत्नी
पतिश्री की पूरक कहलाती है पत्नी

पति समस्या में उलझ जाये जब भी
उसे झटपट सुलझाती है पत्नी

हर रिश्तों में उसकी झलक दिखती है
बेटी बहन माँ  में वही मिलती है पत्नी

कष्ट सहकर घर को बनाती है मंदिर
सुख का माहौल बस दिलाती है पत्नी

निरंकुश से पूछो पत्नी क्या है होती
गीत ग़ज़ल कविता के शब्दों में पत्नी


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