अपने राष्ट्र को
ध्वस्त करने के आतुर
भारत को
टुकड़े - टुकड़े करने में लगे
हिसा समर्थन के पोषक
पड़ोसी राज्य के समर्थक
भारतीय सेना पर
प्रश्न लगाने वाले
महाकपटी
भ्रष्ट नौकरशाह से लेकर
राजनीति तक
जी जान से लगे हैं
अच्छी तरह कीजिए
उनकी पहचान
उनसे रहना है सावधान।
समय बहुत कम है
जो करना है सब करले
अवार्ड वापसी,
मोमबत्ती,
बड़ी बिंदी,
लाल सलामी,
हँसिया गैंग,
आपटर्ड,
याचिका गैंग,
टुकड़े टुकड़े गैंग,
असहिष्णुता गैंग,
जातिवाद घृणा फैलाने वाला गैंग,
हलाला और ट्रिपल तलाक का समर्थन कर
देश मे शरिया कानून की मांग करने वाला गैंग,
कुछ अल्पसंख्यको को साथ लेकर
अधिकार के नाम पर
गुमराह करने वाला
मूक बधिर गैंग......
इन सभी से
शांति और अहिंसा के लिए
सांप्रदायिक सद्भावना के लिए
रहना है देश के नागरिकों को
सावधान।
ये भूल गए
अब्दुल रहीम खानखाना को
सूरदास और कबीर मस्ताना को
शहनाई वादक बिस्मिल्ला ख़ां को
जां बाज अब्दुल हमीद को
बहादुर शाह जफर को
जो इसी राष्ट्र के लिए मर मिटे
वन्दे मातरम्
कहते हुए।
ये अब समझ नहीं पाएंगे
भारत में रहकर
पाकिस्तान का गुण गाएंगे
आतंकवादियों को देंगे पनाह
वैमनस्यता फैलाना ही
इनकी शुरू से रही है चाह
हरसमय हमें
इनसे रहना है
सावधान !
सावधान !!
सावधान !!
*****
© #कामेश्वर_निरंकुश
ध्वस्त करने के आतुर
भारत को
टुकड़े - टुकड़े करने में लगे
हिसा समर्थन के पोषक
पड़ोसी राज्य के समर्थक
भारतीय सेना पर
प्रश्न लगाने वाले
महाकपटी
भ्रष्ट नौकरशाह से लेकर
राजनीति तक
जी जान से लगे हैं
अच्छी तरह कीजिए
उनकी पहचान
उनसे रहना है सावधान।
समय बहुत कम है
जो करना है सब करले
अवार्ड वापसी,
मोमबत्ती,
बड़ी बिंदी,
लाल सलामी,
हँसिया गैंग,
आपटर्ड,
याचिका गैंग,
टुकड़े टुकड़े गैंग,
असहिष्णुता गैंग,
जातिवाद घृणा फैलाने वाला गैंग,
हलाला और ट्रिपल तलाक का समर्थन कर
देश मे शरिया कानून की मांग करने वाला गैंग,
कुछ अल्पसंख्यको को साथ लेकर
अधिकार के नाम पर
गुमराह करने वाला
मूक बधिर गैंग......
इन सभी से
शांति और अहिंसा के लिए
सांप्रदायिक सद्भावना के लिए
रहना है देश के नागरिकों को
सावधान।
ये भूल गए
अब्दुल रहीम खानखाना को
सूरदास और कबीर मस्ताना को
शहनाई वादक बिस्मिल्ला ख़ां को
जां बाज अब्दुल हमीद को
बहादुर शाह जफर को
जो इसी राष्ट्र के लिए मर मिटे
वन्दे मातरम्
कहते हुए।
ये अब समझ नहीं पाएंगे
भारत में रहकर
पाकिस्तान का गुण गाएंगे
आतंकवादियों को देंगे पनाह
वैमनस्यता फैलाना ही
इनकी शुरू से रही है चाह
हरसमय हमें
इनसे रहना है
सावधान !
सावधान !!
सावधान !!
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© #कामेश्वर_निरंकुश
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