कोरोना काल का एक साल
दो जनों की मिहनत रंग लाई
कर दी हरियाली बेमिसाल
राजाराम और जयराम की जोड़ी
सबकी कोरोना की चिंता तोड़ी
बदल दी एक साल में सूरत
उजड़े चमन में बहार लाई जाए
पौधे मंगवाए पार्क में लगाए
मात्र साल भर में ही आकार बदला
अब वे पेड़ बनने को तैयार
लोग उनपर लुटा रहे हैं प्यार
इन दोनों ने मेंहनत के पसीने से
इस हरियाली को सींचा है
तभी इन दोनों की अनवरत सेवा ने
सभी को अपनी ओर खींचा है
लॉकडाउन के बीच प्रयास रंग लाया
व्यायाम, योग के साथ साथ
बड़े-बुजुर्ग के लिए प्रातः भ्रमण
खिलती धूप स्वच्छ हवा मिल गई
बगिया हरियाली से खिल गईं
फूल मुस्कुराते खिल रहे हैं
पेड़-पौधों की खिलखिलाहट
लोगों का कर रहे हैं इस्तकबाल
पौधों के आर पार पसरी घास
महंगे कालीन को मात कर देने वाली
हवा के साथ बहने लगी हौ खुशबू
राहगीरों को भी मिल रहा है आनंद
यह हक़ीक़त है कि जिद के साथ
मजबूत हौसलों से उजड़ा पार्क
कोरोना के दूसरे दौर में मुस्कुराने लगा।
सभी को मिहनत का पाठ पढ़ाने लगा।।
★★★
#कामेश्वर_निरंकुश
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