Wednesday, 10 August 2016

संकट मोचक चक्रव्यूह

हो  गया  संकट  मोचक  चक्रव्यूह   तैयार ।

आतंकवादी   को  पनाह   दे   रहा  है  पाक
क्रूर  आतंकी कर  प्रशिक्षित दर्शाता है धाक
आतंकवादी के समर्थक हो जाओ होशियार।
हो गया संकट .......

भारत  कभी नहीं चाहता  तुमसे करना युद्ध
बहुत  तुम   ललकार चुके अब हुए हम  क्रुद्ध
सीमा पर तैनात सेना  है कर  रही चीत्कार।
हो गया संकट .......

अब्दुल हमीद की धरती  को तुमने है ललकारा
भगत सिंह सुखदेव सभी अब भी हमें है प्यारा
बहुत  सहे  अब  मेरी  बारी हम कर रहे हूँकार।
हो गया संकट .......

भूल  गए तुम  कारगिल- युद्ध हे धूर्त अभिमानी
भले  जान  गंवाई  हमने  पर कभी हार न मानी
घुसपैठिए  छद्मभेष  में  तुम मत  करना  टँकार।
हो गया संकट .......

जय  जवान के अनुगूँज से अब सेना में  उत्कर्ष
अंग  अंग अब  फड़क  उठा  है करना  है संघर्ष
अब  देखना  मेरा तांडव  हम  कर रहे  ललकार।
हो गया संकट .......
                         *****

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