प्रकृति के संवरने का
साक्षात दर्शन
नई कोपलें का निकलना
कलियों का खिलना
आम्र का मंजर दे बौराना
पीले सरसो के फूल से
खेतों का वासंती होना
चने का यौन होना
मादक पवन का बहना
हरी भरी धरती में
फूलों का फूलना
प्रेम मिलन समर्पण हेतु
कामदेव का आगमन
रंग गुलाल से भरा
सतरंगी वातावरण
नृत्य - संगीत
ढोल - मृदङ्ग
भांग ठंढई का सेवन
मस्ती उमंग लिए
प्रेम ही प्रेम
सर्वत्र पसर जाना
स्वागत है
अभिनन्दन है
वंदन है
ऋतुराज का
उन्माद का
प्रतीक
बसंत।
*****
© #कामेश्वर_निरंकुश।
साक्षात दर्शन
नई कोपलें का निकलना
कलियों का खिलना
आम्र का मंजर दे बौराना
पीले सरसो के फूल से
खेतों का वासंती होना
चने का यौन होना
मादक पवन का बहना
हरी भरी धरती में
फूलों का फूलना
प्रेम मिलन समर्पण हेतु
कामदेव का आगमन
रंग गुलाल से भरा
सतरंगी वातावरण
नृत्य - संगीत
ढोल - मृदङ्ग
भांग ठंढई का सेवन
मस्ती उमंग लिए
प्रेम ही प्रेम
सर्वत्र पसर जाना
स्वागत है
अभिनन्दन है
वंदन है
ऋतुराज का
उन्माद का
प्रतीक
बसंत।
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© #कामेश्वर_निरंकुश।
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