टेबुल पर नेताओं के भर गया है ग्लास
भ्रष्टाचार से लबालब भर गया है ग्लास
बाहुबली माफिया लुटेरों के हाथ पड़कर
चियर्स के बोल पर टकरा रहा है ग्लास
फिस चिकन मटन के साथ रोज रात में
व्हिस्की रम से नशा बढ़ा रहा है ग्लास
भूना काजू बादाम पिस्ता रखा है मेज पर
नेताओं के होंठ से वहाँ सट रहा है ग्लास
उत्तेजक वस्त्रों में थिरकती हैं कॉल गर्ल
मदभरी नशा के लिए भरा पड़ा है ग्लास
सत्य अहिंसा प्रेम की जगह नहीं यहाँ है
बलात्कार लूटमार से तड़प रहा है ग्लास
वोट का माहौल ज़ल्द फिर आ रहा है
जनता तबाह होगी यह कह रहा है ग्लास
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