Tuesday 26 August 2014

क्यों करें बात

क्यों करे हम अनर्गल बात
दशकों से हम कर रहें हैं
पाक के साथ
सिर्फ बात ही बात

यह कथन नहीं है अकस्मात 
मात्र कहने को है
एक जिस्म और दो जान
उसकी करामातों से सभी है परेशान
साफ़ साफ़ नजर आता है
दुराभाव अलगाव
सरकारों में टकराव ही टकराव
आजादी के बाद से ही
टकराव और वार्ता
साथ साथ
तब क्यों करें बात 
यह विश्व जान गया है
पाकिस्तानी सेना
रिश्ते नहीं सुधरने देगी
पाकिस्तान
छोटा देश छोटा दिल
भारत
बड़ा देश बड़ा दिल
जहा सभी रहतें हैं हिल-मिल
वह फिर करेगा आघात

क्यों करे हम अनर्गल बात
दशकों से हम कर रहें हैं
पाक के साथ
सिर्फ बात ही बात 

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