Sunday, 19 February 2017

एहसास

जाने क्यों
ये एहसास
कभी
दिल में
जगा नहीं
तुम थे
मेरे पास
पर
क्यों
मुझे
लगा नहीं
हमारे बीच
प्रेम की अग्नि
जल रही है
एक-एक पल
एक एक घड़ी
बड़ी मुश्किल से
चल रही है
तुमने कहा था
मुझसे
मैंने न मानी
तुम्हारी बात
अब जबकि
तुम नहीं हो
मेरे पास
मुझे हो रहा है
तुम्हारे पास
होने का
एहसास।
   *****
@   #  कामेश्वर निरंकुश।

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