खुशियाँ बटोरें
बहुत मिले
बीते वर्ष में शब्द के चिटोरे
नव वर्ष में शब्द के गुंथे
कविता के नांव पर चढ़कर
खुशियाँ बटोरें
आन्तरिक परिपूर्णता के लिए
प्रयासरत मानवीय जीवन में
खुशियों के खजाने खोजें
हमारे अस्तित्व की गुत्थी सुलझेगी
अमनुर्षिक प्रवृतियों को छोडें
अमनुर्षिक प्रवृतियों को छोडें
नव वर्ष में खुशियाँ बटोरें
परस्पर व्यवहार में
विचलित करने वाले
सायास या अनायास निकले शब्द
सम्प्रेषण की अयोग्यता को
दुःख के चिन्ह न मान कर
संबंधो के पिटारे में सहेज कर रखें
भविष्य में स्नेह की धारा फूटेगी
शब्दों के शिल्पकार से नाता न तोड़े
खुशियाँ बटोरें
कविता कहानी उपन्यास को
शब्दों के मकडजाल के रूप में न देखकर
एक खास किस्म के
सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक प्रवृतियों के
बीज समय के रूप में देखें
साहित्यिक काल खण्ड समझकर
इसे न छोड़े
खुशियाँ बटोरें.
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