Saturday, 7 January 2017

नारी



नारी की अस्मिता
नारी सशक्तिकरण
नारी की महानता
सकारात्मक भी नकारात्मक भी
नारी
महान
सर्वशक्तिमान
कागज पर उकेरना है आसान
नारी की दिशा
नारी की दशा
देखना
दिखलाना
कहना
समझना
नई  बात नहीं
यहाँ वहाँ
जहाँ तहाँ
अपनी अस्मिता
दिखलाने के लिए
नारी नारी
चिल्लाने के लिए
देवियों
दुर्गा
काली
सरस्वती
की तुलना कर
कब तक मन
बहलायेंगे
समाज में घट रही
घृणित घटनाओं का
निकलता परिणाम
साफ साफ दर्शाता है
नारी की
स्थिति को
परिस्थिति को
दुर्गति को
लेखनी
उकेरेगी
कबतक
नारेबाजियां
कबतक
देखते आए हैं
तब से अब तक
जब से सृष्टि हुई
तभी से
अनवरत
अबतक ?
             *****
      #  कामेश्वर निरंकुश।

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