अनन्त
अनवरत
आकाश में
विचरना
असम्भव
यह ज्ञात है
मुझे।
मित्रता
सुख दुःख
लाभ हानि
नहीं देखता।
वह देखता है
निष्ठा
अपनापन
लगाव
और
यह प्रदान करता है
अतुलित बल।
बनाता है
ऊर्जावान
सृजित होता है
काव्य,
लिख देता है
कहानी,
उपन्यास,
निबंन्ध
नाटक।
धीरे - धीरे
साहित्य
परिष्कृत करता है
मन के विकार को
और देता है
नया आकार।
समाज को
दर्शाता है
नई दिशा,
नया पथ
उपजता है
राष्ट्र प्रेम
और
एकजुट हो जाता है
युवा वर्ग।
राष्ट्रीय भावना
जागृत कर
करता है
आह्वान
महा आह्वान
नया इतिहास
गढ़ने हेतु।
*****
# कामेश्वर निरंकुश।
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