नारी की अस्मिता
नारी सशक्तिकरण
नारी की महानता
सकारात्मक भी नकारात्मक भी
नारी
महान
सर्वशक्तिमान
कागज पर उकेरना है आसान
नारी की दिशा
नारी की दशा
देखना
दिखलाना
कहना
समझना
नई बात नहीं
यहाँ वहाँ
जहाँ तहाँ
अपनी अस्मिता
दिखलाने के लिए
नारी नारी
चिल्लाने के लिए
देवियों
दुर्गा
काली
सरस्वती
की तुलना कर
कब तक मन
बहलायेंगे
समाज में घट रही
घृणित घटनाओं का
निकलता परिणाम
साफ साफ दर्शाता है
नारी की
स्थिति को
परिस्थिति को
दुर्गति को
लेखनी
उकेरेगी
कबतक
नारेबाजियां
कबतक
देखते आए हैं
तब से अब तक
जब से सृष्टि हुई
तभी से
अनवरत
अबतक ?
*****
# कामेश्वर निरंकुश।
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