पीली धानी रंग में सजी
उत्सव का रंग लिए
आनंद
मस्ती
चरमोत्कर्ष पर
सकल मानव की वृत्तियों को
सुरुचिपूर्ण
सुखद
संयत
कल्याणकारी
बनाने के लिए
जीवन को
नए अहसास
नए विचार
भरने के लिए
वसंत का
ऋतुराज का
स्वागत !
मलय समीर
मंद चाल से प्रवाहित
चंद्रमा की
दुग्ध स्निग्ध ज्योत्स्ना
कलरव करती
पक्षियों की झुण्ड
कोयल की कूक
फूलों की खुशबू
समस्त मनोहारी दृश्य
मन को आह्लादित करने
आए वसंत का
ऋतुराज का
स्वागत !
वसंत से
नवस्फुरण
रसवंती धारा
संगीत
साहित्य
कलाएँ
मनमोहक
तत्वों के साथ
वसंत
कविता और कला
हर कली
हर पत्ती
हर्ष के साथ
कविता पाठ करती
सकारात्मक
आंतरिक ऊर्जा भरती
हमारी आभा का
सर्वोत्तम प्राण केंद्र
वसंत का
ऋतुराज का
स्वागत!!
★★★
© #कामेश्वर_निरंकुश।
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