हर जगह जहाँ तहाँ साँपों का डेरा है।
बजा बजा कर बीन साँपों को घेरा है।।
काल के बिकराल सा विष फैला चारो ओर,
क्यों नहीं कहते यह तेरा नहीं मेरा है।।
वही फुफकार रहा फन को उठाए हुए,
लाड़ प्यार से जो हाथ बार बार फेरा है।।
भर कटोरा दूध वह रोज गटकता रहा,
भूल गया वह यह उसी का ही डेरा है।।
'निरंकुश' आहत है साँपों की बस्ती में,
छोड़े अब कैसे यह मेरा ही डेरा है ।।
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