सबकी मनोभावनाओं
आकांक्षाओं और
इच्छाओं के अनुकूल
हर पाठक के हृदय में
बनाता है स्थान
समाचारपत्र !
कागज का यह पन्ना
हर दिल से धड़कता हुआ
सूक्ष्म रूप से
बुद्धि में समाया हुआ
अस्तित्व का नाम है
समाचापत्र !
यह विकास हेतु
समाचार पहुँच कर
सभी में उत्पन्न करता है
राष्ट्रीय आस और विश्वास
उत्थान में भागीदारी बन
घर में स्थान बना लेता है
समाचारपत्र !
कोरोना के त्रासद घड़ी में
रोगियों के रोगमुक्त
होने की लड़ी में
देश, राज्य, शहर और गांव की
अद्यतन स्थिति की
निष्पक्ष जानकारी देनेवाला
सुगम पथ प्रदर्शक है
समाचारपत्र !
आशाओं के विपरीत
राजनेताओं की कठपूतली बन
अपना अस्तित्व खोकर
टी आर पी बनाने के फेर में
सत्य को छुपा कर
झूठ सुर्खियों में छपवाकर
इस कोरोना संक्रमण में
विश्वास खो रहा है कुछ
समाचारपत्र !
आस-विश्वास की जोड़
अपनी मनमानी छोड़
सिद्धान्तो से मत डिग
फिर से विश्वास भरोसा जगा
आवाम की आवाज़ बन जा
छद्मभेशी कोरोनो को भगा
ऑक्सीजन, दवाईयां शैया, रोगियों के संख्या की
सही जानकारी छपते ही
सभी पुनः करने लगेंगे
तुमपर विश्वास यत्र तत्र सर्वत्र
समाचारपत्र!
★★★
#कामेश्वर_निरंकुश
No comments:
Post a Comment