Sunday 9 August 2020

नहीं भूल सकता

नहीं भूल सकता

ये खिलखिलाती हंसी
चेहरे पर खुशी
खुले हुए केश
मदमस्त सौन्दर्य
आंखों की गहराई
गुलाबी गाल
चूड़ियों की खनक
हर अंग में उमंग
खिली हुई जवानी
मेरे हर आयोजन की दिवानी
हृदय की विशाल
हर वक्त जाे रखे खयाल
सच कहता हूं
उसे कभी नहीं
भूल सकता।
      ***

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