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झारखण्ड का सियासी इतिहास
इन पंद्रह वर्षों में ।
झारखण्ड का सियासी इतिहास
इन पंद्रह वर्षों में ।
सियासती गलियारों में
विरोधी जानलेवा प्रवृतियों में
प्रेम और दोस्ती
एक तरफ भाजपा
दूसरी तरफ
कांग्रेस, झामुमो और राजद की तिकड़ी ने
यहॉं के लोगों को भरमाया है
विरोधी जानलेवा प्रवृतियों में
प्रेम और दोस्ती
एक तरफ भाजपा
दूसरी तरफ
कांग्रेस, झामुमो और राजद की तिकड़ी ने
यहॉं के लोगों को भरमाया है
अपना उल्लू सीधा करने के ख्याल से
आजसू और जेवीएम आया है
वाम दल और निर्दलीय भी
इधर उधर मुँह मारते आए हैं
मेरा भी वजूद है
सबको समझाएं हैं
बारह महीने में
तिन नस्लों की सरकार
दलों की राजनीति में
विकास का बंटाधार
सियासी जुदाई और मिलन की बेमिसाल दास्तानें रंग भरती रही
जनता हाँथ मलती रही ।
आजसू और जेवीएम आया है
वाम दल और निर्दलीय भी
इधर उधर मुँह मारते आए हैं
मेरा भी वजूद है
सबको समझाएं हैं
बारह महीने में
तिन नस्लों की सरकार
दलों की राजनीति में
विकास का बंटाधार
सियासी जुदाई और मिलन की बेमिसाल दास्तानें रंग भरती रही
जनता हाँथ मलती रही ।
इन दलों के दलदल में
भोली भाली जनता चकराई है
झारखण्ड का क्या भविष्य होगा
समझ नही पायी है।
-0-
भोली भाली जनता चकराई है
झारखण्ड का क्या भविष्य होगा
समझ नही पायी है।
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