मानव में पनपती यौन पशुता
फैलती चतुर्दिक मडराती कामुक दृष्टि
नारियों की छटपटाती जीजिविषा
घटती विभत्स घटनाएं
रोकने हेतु
कलम उठाएं
होली त्यौहार के नव वर्ष में नया आवाम जगायें
उन्हें कभी न छोडें
जम कर मरोडें
तब अबीर गुलाल लगायें
तभी साकार होगी नव वर्ष की शुभकामनाएं
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