भूमि पूजन
होते देखकर
प्रेम भक्ति से सबकी
आंखे बरस पड़ी
राममय हो गया सम्पूर्ण भारत
रोम रोम में राम समाए
* सियाराम मय * सब जग गाए
मन्दिर की भव्यता
तुलसी के राम की दिव्यता
आदर्श राम का चरित्र
दिव्यता और अनुपम पवित्र स्थल
साकार करने हेतु
भुवनेश्वर जगन्नाथ पुरी से
आए हैं वी. स्वार्थ पारथी
राम मन्दिर का पूरा खाका लिए
भरत, लक्ष्मण और शत्रुघ्न के लिए
चांदी का सुन्दर सिंहासन
गर्भगृह और कलश स्वर्ण का
राम मन्दिर में पांच मण्डप
161 फुट ऊंचा शिखर
98 फूट तीन इंच
मन्दिर का शिखर
2012 स्तम्भ
235 फूट प् परिक्रमा पथ
57, 000 वर्ग फुट क्षेत्रफल
कुल शिखर होंगे छह
एक मुख्य और पांच उप शिखर
अद्भुत होगा यह यह
अयोध्या पुरी।
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© #कामेश्वर_निरंकुश
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