कभी था सबकुछ
अनछुवा और कुंवारा
यह प्राकृतिक स्थल
छोटानागपुर !
सोना नागपुर !!
प्रकृति और जीव जहां एकाकार हों
जहाँ एक ही सत्ता राज हो
वह होता है प्रेम
उसी प्रेम स्थल का नाम है
छोटानागपुर !
सोना नागपुर !!
यहाँ की जन जातियां
एक दूसरे में एकात्म
न कोई स्त्री न कोई पुरुष
किसी भी भेद-विभेद से परे
दोनों के बीच घटती
एक साधारन सी शारीरिक क्रिया
अलौकिक लगती है
वह प्रेम का प्रतीक है
छोटानागपुर !
सोना नागपुर !!
सब कुछ रोमांचकारी
वह अनुभव जो अनुभूति तो किया जा सके
पर व्यक्त नहीं
सम्भवतः परानुभूति कहते हों शास्त्र
वह ही है
जीवन शैली की परिकाष्ठा
छोटानागपुर !
सोना नागपुर !!
इस अनोखे आकर्षक स्थल पर
स्वयं वनस्पति बन कर उगना
शहद का छत्ता बन कर
मनुष्य और भाल पर टपकना
तितली बन कर फूलों से बतियाना
रहस्यमय हैओ इस स्थान का साधारनपन
सच्चेपन की परिकाष्ठा के कारन
असाधारनता प्रदान करता
ही साकार करेगा
अभिव्यक्त करेगा
बतायेगा क्या है
छोटानागपुर !
सोना नागपुर!!
अनछुवा और कुंवारा
यह प्राकृतिक स्थल
छोटानागपुर !
सोना नागपुर !!
प्रकृति और जीव जहां एकाकार हों
जहाँ एक ही सत्ता राज हो
वह होता है प्रेम
उसी प्रेम स्थल का नाम है
छोटानागपुर !
सोना नागपुर !!
यहाँ की जन जातियां
एक दूसरे में एकात्म
न कोई स्त्री न कोई पुरुष
किसी भी भेद-विभेद से परे
दोनों के बीच घटती
एक साधारन सी शारीरिक क्रिया
अलौकिक लगती है
वह प्रेम का प्रतीक है
छोटानागपुर !
सोना नागपुर !!
सब कुछ रोमांचकारी
वह अनुभव जो अनुभूति तो किया जा सके
पर व्यक्त नहीं
सम्भवतः परानुभूति कहते हों शास्त्र
वह ही है
जीवन शैली की परिकाष्ठा
छोटानागपुर !
सोना नागपुर !!
इस अनोखे आकर्षक स्थल पर
स्वयं वनस्पति बन कर उगना
शहद का छत्ता बन कर
मनुष्य और भाल पर टपकना
तितली बन कर फूलों से बतियाना
रहस्यमय हैओ इस स्थान का साधारनपन
सच्चेपन की परिकाष्ठा के कारन
असाधारनता प्रदान करता
ही साकार करेगा
अभिव्यक्त करेगा
बतायेगा क्या है
छोटानागपुर !
सोना नागपुर!!
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